Type Here to Get Search Results !

Shayaricafe.com All Posts

अग्निपथ ( Agneepath) - हरिवंश राय 'बच्चन' ( Harivansh Rai 'Bachchan' )

इस पोस्ट में आप को Hindi Poems अग्निपथ ( Agneepath) - हरिवंश राय 'बच्चन' ( Harivansh Rai 'Bachchan' ) के इसके अलावा girlfriend / Wife / Boyfriend / Husband / Dosti पर shayari या को मानाने या तारीफ के लिए हिंदी में शायरी ,urdu में शायरी, Best Two Line /4 Line shayari collection ever ,व्हात्सप्प स्टेटस shayari, shayri sangrah मिलेगा जिसे आप सब whatsapp status InstaGram और facebook status पे share कर सकते है
**************************

अग्निपथ ( Agneepath) - हरिवंश राय 'बच्चन' ( Harivansh Rai 'Bachchan' )

वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने हों बड़े,
एक पत्र छाँह भी,
माँग मत, माँग मत, माँग मत,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।

तू न थकेगा कभी,
तू न रुकेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।

यह महान दृश्य है,
चल रहा मनुष्य है,
अश्रु श्वेत रक्त से,
लथपथ लथपथ लथपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
************************************************
अगर आपको अग्निपथ ( Agneepath) - हरिवंश राय 'बच्चन' ( Harivansh Rai 'Bachchan' ) अच्छा लगा हो तो Comment कमेन्ट करना न भूले और जरुर Facebook और Whatsapp Status पर Like और Share कीजिये । अगर आपके पास और अच्छे Hindi Poems के इसके अलावा girlfriend / Wife / Boyfriend / Husband / Dosti पर shayari या को मानाने या तारीफ के लिए हिंदी में शायरी ,urdu में शायरी, Best Two Line /4 Line shayari collection ever ,व्हात्सप्प स्टेटस shayari, shayri sangrah हो तो जरुर नीचे कमेंट बॉक्स में जाएँ और कमेन्ट के मध्यम से भजे हम उसे www.Shayaricafe.com में शामिल करेगे । आप सब whatsapp status InstaGram और facebook status पे share कर सकते है
*******************************************

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.