Type Here to Get Search Results !

Shayaricafe.com All Posts

Ye waqt kya hai - A Great Poem By Javed Akhtar

इस पोस्ट में आप को sher-o-shayari By Famous PoetsYe waqt kya hai - A Great Poem By Javed Akhtar के इसके अलावा girlfriend / Wife / Boyfriend / Husband / Dosti पर shayari या को मानाने या तारीफ के लिए हिंदी में शायरी ,urdu में शायरी, Best Two Line /4 Line shayari collection ever ,व्हात्सप्प स्टेटस shayari, shayri sangrah मिलेगा जिसे आप सब whatsapp status InstaGram और facebook status पे share कर सकते है
**************************
Ye waqt kya hai – Shayari of Javed Akhtar“
Ye waqt kya hai – Shayari of Javed Akhtar
Ye waqt kya hai – Shayari of Javed Akhtar“
वक़्त !
ये वक़्त क्या है
ये क्या है आखिर कि जो मसल्सल गुजर रहा है
ये जब न गुज़रा था तब कहाँ था?
कहीं तो होगा!
गुज़र गया है तो अब कहाँ है?
कहीं तो होगा !
कहाँ से आया, किधर गया है?
ये कब से कब तक का सिलसिला है?
ये वक़्त क्या है ?
ये वाकये ये हादसे ये तसातुम
हर एक गम और हर एक मसर्रत
हर एक क़जीयत हर एक लज्ज़त
हर एक तबस्सुम हर एक आंसू
हर एक नगमा हर एक खुसबू
वो ज़ख्म का दर्द हो कि वो लम्ज़ का हो जादू
खुद अपनी आवाज़ हो कि माहौल कि सदायें
ये जेहन में बनती और बिगडती हुयी फज़ाए
वो फिक्र में आये ज़लज़ले हों दिल में हलचल
तमाम एहसास
सारे जज्बे
ये जैसे पत्ते हैं
बहते पानी कि सतह पे जैसे तैरते हैं
अभी यहाँ है,
अभी वहां है,
और अब हों ओझल ,
दिखाई देता नहीं है लेकिन ये कुछ तो है जो कि बह रहा है !
ये कैसा दरिया है !
किन पहाड़ों से आ रहा है?
ये किस समुन्दर को जा रहा है?
ये वक़्त क्या है ?
कभी कभी मैं ये सोचता हूँ
कि चलती गाड़ी से पेड़ देखो तो ऐसा लगता है दूसरी संत जा रहे हैं
कभी कभी मैं ये सोचता हूँ
कि चलती गाड़ी से पेड़ देखो तो ऐसा लगता है दूसरी संत जा रहे हैं
मगर हकीकत में पेड़ अपनी जगह खड़े हैं
तो क्या ये मुमकिन है
सारी सदियाँ कतार अन्दर कतार अपनी जगह खड़ीं हो
ये वक़्त साकित हो और हम ही गुजर रहे हों
इस एक लम्हें में सारे लम्हें तमाम सदियाँ छुपी हों
न कोई आइन्दा न गुज़िस्तान
जो हो चुका है हो रहा है
जो होने वाला है हो रहा है
मैं सोचता हूँ कि क्या ये मुमकिन है
सच ये हो कि सफ़र में हम हैं
गुजरते हम हैं
जिसे समझते हैं हम गुजरता है , वो थमा है
गुजरता है या थमा हुआ है
इकाई है या बंटा हुआ है
है मुंज़मिद या पिघल रहा है
किसे खबर है किसे पता है?
ये वक्त क्या है ?
- By Javed Akhtar
************************************************
अगर आपको Ye waqt kya hai - A Great Poem By Javed Akhtar अच्छा लगा हो तो Comment कमेन्ट करना न भूले और जरुर Facebook और Whatsapp Status पर Like और Share कीजिये । अगर आपके पास और अच्छे sher-o-shayari By Famous Poets के इसके अलावा girlfriend / Wife / Boyfriend / Husband / Dosti पर shayari या को मानाने या तारीफ के लिए हिंदी में शायरी ,urdu में शायरी, Best Two Line /4 Line shayari collection ever ,व्हात्सप्प स्टेटस shayari, shayri sangrah हो तो जरुर नीचे कमेंट बॉक्स में जाएँ और कमेन्ट के मध्यम से भजे हम उसे www.Shayaricafe.com में शामिल करेगे । आप सब whatsapp status InstaGram और facebook status पे share कर सकते है
*******************************************

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.